हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान सरकार के प्रवक्ता ज़बिहुल्लाह मुजाहिद ने अपने बयान में कहा है कि हमारी सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर पिछले दो वर्षों की तरह मुहर्रम में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को मद्देनज़र रखते हुए उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अच्छी योजनाएं तैयार की हैं।
ताकि मोहर्रम के कार्यक्रमों के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो और हमवतन मारे न जाएं इस बीच सैन्य मामलों के एक विशेषज्ञ ने कहा है कि मुहर्रम के महीने के दौरान तालेबान सरकार के सुरक्षा बलों को आतंकवादी गुटों, ख़ासकर तकफ़ीरी आतंकी गुट दाइश के ख़िलाफ़ बहुत सतर्क रहने की ज़रूरत है।
क्योंकि यह गुट लोगों को मारने और असुरक्षा पैदा करने के लिए अलग अलग तरीक़ों का इस्तेमाल करता है।
सैन्य मामलों के विशेषज्ञ का कहना है कि आतंकवादी गुटों में सुरक्षा बलों का आमना सामना करने क्षमता नहीं हैं इसलिए वे घात लगाकर हमले करने की कोशिशें करेंगे।
अफ़ग़ानिस्तान में तालेबान सरकार को बदनाम करने और समाज में भय और चिंता पैदा करने के लिए आत्मघाती हमले और अन्य तरीक़ो से आतंकी कार्यवाहियों को अंजाम दे सकते हैं। सैन्य मामलों के विशेषज्ञ का यह भी कहना है कि हालांकि तालेबान के सत्ता में आने के बाद से, आतंकवादी गुट, विशेष रूप से दाइश अफ़ग़ानिस्तान में कमज़ोर पड़े हैं।
मुहर्रम में आयोजित होने वाली शोक सभाओं के दौरान आत्मघाती हमलों और अन्य तरीक़ों से आतंकी कार्यवाहियों को अंजाम देने के लिए आतंकवादी गुटों का उपयोग करना चाहती हैं। ताकि अफ़ग़ानिस्तान में जातीय और धार्मिक समस्याओं को ज़्यादा से ज़्यादा उत्पन्न किया जा सके।